अधिगम स्थानांतरण का सिद्धांत ( Learning transfer theory )
Learning transfer theory की जो मुख्य बातें हैं आज हम इस आर्टिकल में देखने वाले हैं , इसके सिद्धांत कौन-कौन से हैं

- मानसिक अनुशासन का सिद्धांत
- मूल्यों के अभिज्ञान का सिद्धांत
- समान तत्व या अनुरूप का सिद्धांत
- सामान्यकरण अंतरण का सिद्धांत
- पक्षांतर अधिगम अंतरण सिद्धांत
1. मानसिक अनुशासन का सिद्धांत
यह सिद्धांत ब्रिक्स एंड स्लाइड द्वारा दिया गया । यह सिद्धांत प्राचीन अधिगम अंतरण का सिद्धांत है इसके अनुसार बालक को सबसे पहले कठिन विषयों का ज्ञान करवा देना चाहिए , जैसे गणित , विज्ञान यदि छात्रों या बालक को कठिन विषय का पहले ज्ञान करवा दिया जाता है तो सरल विषय व सरलता से सीख लेता है कठिन विषय का ज्ञान करवा देने से उसके मानसिक शक्तियों का विकास हो जाता है और बालक सरल विषय को भी सीख लेता है ।
2. मूल्यों के अभिज्ञान यह सिद्धांत
विलियम बागले द्वारा दिया गया इस सिद्धांत के अनुसार बालक को वास्तविक मूल्यों का ज्ञान करवा देना चाहिए । जिससे उसका सीखना सरल हो जाता है ।
3. समान तत्व या अनुरूप का सिद्धांत
इस सिद्धांत का प्रतिपादन thandiyak द्वारा किया गया था । का मानना था कि पूर्व में सीखा हुआ ज्ञान नए ज्ञान में जितना ज्यादा समानता रखता है उतना ही धनात्मक सीखना होता है समान तत्व से आशय पूर्व ज्ञान बनाएं ज्ञान में समानता से हैं
4. सामान्य करण अंतरण का सिद्धांत
यह सिद्धांत जड़ द्वारा 1908 में दिया गया इस सिद्धांत के अनुसार बालक को किसी भी विषय से संबंधित सामान्य नियम यदि सिखा दिया जाता है तो जिन का प्रयोग करते हुए बालक नए ज्ञान को सीखते हुए आगे बढ़ जाता है छात्र को पहले सिखाने के लिए उसका सामान्य ज्ञान अर्थात बेसिक नॉलेज दे देना चाहिए । जिससे वह सामान्य करण करते हुए प्रयोग के साथ नवीन ज्ञान को भी प्राप्त कर सकता है ।
5. पक्षांतर अधिगम अंतरण का सिद्धांत
इस सिद्धांत के प्रतिपादक गेस्टाल्ट वादी जो कि कोहलर, कॉल्पा, वर्दी में रहें । इस सिद्धांत का अन्य नाम अवयव वादी सिद्धांत भी कहते हैं इस सिद्धांत के अनुसार अधिगम अंतरण दो पक्षों पर आधारित होता है । पक्षांतर से तात्पर्य दो वस्तु या व्यक्तियों के मध्य संबंध स्थापित करते हुए अंतर विभेद करना अधिगम करना है ।
अधिगम अंतरण ( Learning transfer theory ) के प्रकार :
Learning transfer theory अधिगम अंतरण के प्रकार इस प्रकार हैं ।
1. पार्श्विक या एकपक्षीय अंतरण
इसमें जब कक्षा कक्ष में सीखा हुआ ज्ञान दैनिक जीवन के कार्यों में प्रयोग में लिया जाता है तो वह एकपक्षीय अंतरण का सिद्धांत कहलाता है
2. दिपार्श्विक या द्विपक्षीय अधिगम अंतरण का सिद्धांत
जब शरीर के दाएं अंग से सीखा हुआ ज्ञान बाएं अंग में स्वत ही अंतरित हो जाता है तो इसे द्विपक्षीय अंतरण अधिगम का सिद्धांत कहते हैं
3. क्षेतिज अधिगम अंतरण का सिद्धांत
एक परिस्थिति में सीखा हुआ ज्ञान या अनुभव वैसी ही अन्य परिस्थिति में अंतरित हो जाता है तो वह क्षेतिज अधिगम अंतरण कहलाता है, जैसे गणित का ज्ञान अर्थशास्त्र में उपयोग हो लेना ।
4. क्रमिक अधिगम अंतरण का सिद्धांत
जब पूर्व का अनुभव या ज्ञान अगले क्रम के ज्ञान को सीखने में एक श्रंखला बद रूप में आगे बढ़ता है जैसे जोड़ बाकी गुणा
5. ऊर्ध्वाधर या लंबवत अधिगम का सिद्धांत
जब पूर्व का ज्ञान या अनुभव उच्च स्तर के कौशल को प्राप्त करने में सहायता प्रदान करता है तो इस प्रकार का अंतरण ऊर्ध्वाधर अंतरण कहलाता है जैसे 0 का नियम सीख कर बड़ी से बड़ी संख्या को हल कर लेना
Learning transfer theory संबंधित कठिनाइयां :
- डिसग्राफिया – लेखन संबंधी विकार होता है।
- डिस्लेक्सिया – पठान संबंधित विकार होता है ।
- डिस्केलकुलिया – गणित संबंधित विकार होता है।
- ADHD (ए डी एच डी ध्यान अभाव एवं अति सक्रिय विकार )- अवदान संबंधित विकार होता है
- ब्लूमियां – भोजन संबंधित विकार होता है ।
- हाइपरलेक्सिया – शब्दों को नहीं पहचाना ना।
- शिजोफ्रेनिया – सच व कल्पना में अंतर नहीं कर पाना।
- ऑटिज्म- बच्चे को सामाजिक संपर्क में कम रुचि है, वे दूसरों के साथ आँख से संपर्क नहीं करना चाहते हैं और वे अकेले रहना पसंद करते हैं।
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